
विदेशी युवती को देह व्यापार के लिए बुलाया गया था, ऑनलाइन एप के जरिए होता था संचालन
रायपुर। पांच फरवरी की रात वीआईपी रोड पर हुए सड़क हादसे ने बड़े देह व्यापार गिरोह का पर्दाफाश कर दिया। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि जिस विदेशी युवती की कार से एक्सीडेंट हुआ था, वह देह व्यापार के लिए उज्बेकिस्तान से आई थी। पुलिस ने इस मामले में 11 दलालों को गिरफ्तार किया है, जिनमें रायपुर, कवर्धा और कोलकाता के आरोपी शामिल हैं।
हादसे से खुली देह व्यापार की कड़ी
तेलीबांधा क्षेत्र में पांच फरवरी की रात शराब के नशे में धुत्त विदेशी युवती ने अपनी कार से एक्टिवा सवार तीन लोगों को टक्कर मार दी थी। इस दुर्घटना में अरुण कुमार विश्वकर्मा की मौत हो गई थी, जबकि अन्य दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जांच में पता चला कि यह युवती देह व्यापार में लिप्त थी और इसे मुंबई से रायपुर बुलाया गया था।
आरोपी के कबूलनामे से खुला पूरा नेटवर्क
पुलिस ने हादसे के बाद विदेशी युवती और आरोपी भावेश आचार्य से पूछताछ की। शुरुआत में आरोपी पुलिस को गुमराह करता रहा, लेकिन कड़ी पूछताछ में उसने सच उगल दिया। उसने बताया कि उज्बेकिस्तान की यह युवती देह व्यापार के लिए रायपुर लाई गई थी और उसे जुगल कुमार नाम के व्यक्ति ने बुलाया था।
ऑनलाइन एप के जरिए होता था सौदा
आईजी अमरेश मिश्रा के निर्देश पर तेलीबांधा थाना और एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट की संयुक्त टीम ने जांच शुरू की। पूछताछ में पता चला कि आरोपी लोकेंटो एप के जरिए ग्राहकों को युवतियों की तस्वीरें और रेट भेजते थे। इसके बाद सौदा तय होने पर उन्हें बुलाया जाता था।
गिरफ्तार आरोपी
पुलिस ने इस मामले में रायपुर, कवर्धा और पश्चिम बंगाल से 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
- रवि ठाकरे – आरडीए कॉलोनी, बोरियाखुर्द, टिकरापारा
- जागेंद्र उके उर्फ मोहन – हनुमान नगर, पहाड़ीपारा, गुढ़ियारी
- बृजेश साहा – अंबिकापुर, सरगांव (हाल निवास – कमल विहार, टिकरापारा)
- मो. साजिद – ग्राम सेमरिया, जिला चतरा (हाल निवास – मोतीनगर, संतोषी नगर, टिकरापारा)
- दिनेश लिलवानी – देवपुरी, टिकरापारा
- शेख इमरान – संजय नगर, टिकरापारा
- अमित सोनी – पुरानी बस्ती
- रमेंद्र पाठक – रायपुरा, सत्यम विहार, डीडी नगर
- शेख नूरूल हक – चौरसिया कॉलोनी, टिकरापारा
- दुर्गेश पनागर – सिटी कोतवाली, कवर्धा
- जुगल कुमार राय – दमदमा, पश्चिम बंगाल (हाल निवास – अशोक नगर, ट्रांसफार्मर, गुढ़ियारी)
पुलिस कर रही आगे की जांच
पुलिस ने सभी आरोपियों को 10 फरवरी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इस मामले में और भी लोगों की संलिप्तता की जांच की जा रही है। पुलिस का मानना है कि यह गिरोह बड़े स्तर पर संचालित हो रहा था और इसमें और भी कई लोगों की संलिप्तता हो सकती है।